मुंबई: उत्तराखंड पिछले साल
की अप्रत्याशित प्राकृतिक आपदा से उबर रहा है और अपने पर्यटन क्षेत्र को
दुरुस्त करने के लिए पूरी तरह तैयार है। राज्य की उम्मीदें अगले महीने से
शुरू होने वाली सालाना चारधाम यात्रा को मिलने वाली अच्छी प्रतिक्रिया पर
टिकी हैं। उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था बहुत हद तक पर्यटन पर टिकी है। यहां
हिंदुओं के चार प्रमुख तीर्थस्थान केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और
यमुनोत्री (चार धाम) हैं जहां हर साल भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते
हैं। उत्तराखंड के पर्यटन सचिव उमाकांत पंवार ने कहा, 'हम राज्य के
बुनियादी ढांचे के पुननिर्माण की प्रक्रिया में हैं (जो आपदा से प्रभावित
हुआ था)। हम यमुनोत्री और गंगोत्री के द्वार खुलने के साथ दो मई से
तीर्थयात्रा शुरू करने के लिए तैयार हैं।' जून 2013 में विनाशकारी बाढ़ और
भू-स्खलन से राज्य में भारी तबाही आई थी। हालांकि इससे राज्य का सिर्फ 20
प्रतिशत हिस्सा प्रभावित हुआ था लेकिन राजस्व के लिहाज से इसे भारी नुकसान
हुआ था। उन्होंने कहा ''हमारे राजस्व का करीब 25-30 प्रतिशत हिस्सा पर्यटन
से आता है।
ET
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