Tuesday, August 26, 2008

25 अगस्त - पहाड़ के सफर पर हाईटेक पहरा

देहरादून: अगर परिवहन विभाग की योजना रंग लाई तो भविष्य में चार धाम यात्रा में आने वालों के परिजनों को अपनों की फिक्र नहीं करनी होगी। वह घर बैठे-बैठे ही वे उनकी खैर खबर ले सकेंगे। परिवहन विभाग पहाड़ी रूटों पर चलने वाली बसों में जीपीआरएस और जीएसएम सिस्टम लगाने की योजना बना रहा है, जिससे इन वाहनों की लोकेशन मिलने के साथ ही दुर्घटना की सूरत में त्वरित मदद भी दी जा सकेगी। इसके लिए विभाग की कई नामी मोबाइल कंपनियों से बातचीत चल रही है। इस बार यात्रा सीजन के आखिरी दिनों में लगातार हुई दुर्घटनाओं ने शासन, प्रशासन और परिवहन विभाग के लिए काफी मुश्किलें खड़ी कर दीं। कई जगह तो दुर्घटनाओं की सूचनाएं भी विभाग को काफी विलंब से मिली। इसको देखते हुए विभाग ने हाईटेक तरीके से निपटने के लिए योजना तैयार की है। इसके तहत यात्रा में आने वाली गाडि़यों के साथ ही यात्रियों का भी रजिस्ट्रेशन किया जाएगा। यात्रा मार्ग पर जाने वाली बसों में जीपीआरएस (जनरल पाकेट रेडियो सर्विस) और जीएसएम (ग्लोबल सिस्टम फार मोबाइल कम्यूनिकेशन) सिस्टम लगाया जाएगा। इससे न केवल बसों की लोकेशन के बारे में जानकारी मिल सकेगी।। विभाग प्रत्येक बस में ड्राइवर व कंडक्टर के पास इन्हीं दो सुविधाओं से युक्त मोबाइल फोन भी रहेगा। इससे न केवल वह परिवहन अधिकारी बल्कि अपने कार्यालय से भी जुड़े रहेंगे। मोबाइल फोन के नंबर बसों के बाहर लिखे रहेंगे, जो यात्री अपने परिजनों को दे सकते हैं और यात्रियों के परिजन इन नंबरों पर फोन कर अपनों से दूर रहकर भी करीब रह सकते हैं। बस चालक भी कंपनी और विभाग को गुमराह नहीं कर पाएंगे, क्योंकि इस सिस्टम से गाड़ी कहां और कितनी देर खड़ी है, इस संबंध में सारी जानकारी मिल जाएगी। परिवहन आयुक्त एस रामास्वामी का कहना है कि इससे न केवल बसों पर नजर रखी जा सकेगी, बल्कि आपदा की सूरत में त्वरित मदद भी दिलाई जा सकेगी।
sourc: www.uttaraportal.com

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