Tuesday, September 2, 2008

30 अगस्त - उत्तराखंड में नैनो के निर्माण पर लगीं निगाहें

30 अगस्त रुद्रपुर सिंगुर में टाटा मोटर्स के खिलाफ उठ रहा विवाद ठंडा न होता देख उत्तराखंड के नागरिकों की निगाहें ड्रीम लखटकिया कार नैनो के निर्माण के लिए पंतनगर औद्योगिक आस्थान पर टिक गई है। हालांकि कंपनी के स्थानीय अधिकारी हाल फिलहाल ऐसी किसी भी संभावना से इनकार कर रहे हैं। साथ ही इसे कॉरपोरेट स्तर का मामला बताया जा रहा है। टाटा मोटर्स के पास पंतनगर औद्योगिक आस्थान में 976 एकड़ भूमि है। इसे कंपनी ने राज्य सरकार से लीज पर लिया हुआ है। कंपनी आवासीय कालोनी निर्माण के मकसद से 100 एकड़ अतिरिक्त भूमि की मांग कर रही है। यह मामला शासन स्तर पर विचाराधीन है। औद्योगिक आस्थान में टाटा मोटर्स कॉमर्शियल वाहनों का निर्माण कर रही है। यहां सामान ढोने वाले टाटा एस यानी छोटा हाथी तथा पैसेंजर वाले टाटा मैजिक का निर्माण किया जा रहा है। फिलहाल यहां प्रतिदिन 300 वाहन तैयार हो रहे हैं। इससे इतर आम आदमी का कार रखने का सपना पूरा करने वाली टाटा की महत्वाकांक्षी कार नैनो के निर्माण को पश्चिम बंगाल के सिंगुर में कारखाना निर्माणाधीन है। कंपनी इस पर 1500 करोड़ रुपये का निवेश भी कर चुकी है। वहां जमीन के मसले पर बिखेड़ा खड़ा हो गया है। इस पर कंपनी के मुखिया रतन टाटा सिंगुर में नैनो परियोजना बंद करने की चेतावनी दे चुके हैं। श्री टाटा के बयान ने औद्योगिक जगत में भूचाल ला दिया था। उनके के बयान बाद तो राजस्थान, महाराष्ट्र, पंजाब, कर्नाटक सहित कई अन्य राज्य सरकारों ने टाटा को अपने-अपने प्रदेश में कारखाना लगाने के लिए आमंत्रित भी किया है। चूंकि उत्तराखंड में टाटा का कारखाना पहले से ही है लिहाजा नैनो कार का उत्पादन यहां किये जाने की अटकलें भी लग रही हैं। जानकारों का कहना है, चूंकि औद्योगिक आस्थान में टाटा के पास पर्याप्त भूमि तथा आधारभूत ढांचा मौजूद है, इसलिए ड्रीम कार नैनो के निर्माण को यह कारखाना काफी मुफीद रहेगा। इधर कंपनी के स्थानीय सूत्रों ने यहां कारखाने में नैनो कार के उत्पादन की संभावनाओं से हाल फिलहाल इनकार किया है। उनका कहना है कि यहां कंपनी का कॉमर्शियल वाहन निर्माण का डिविजन है जबकि नैनो एक पैसेंजर कार है।
source: uttaraportal.com

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