अब उत्तराखंड प्रदेश में होने वाली प्राइवेट परीक्षाओं में किताबें भी मिलेंगी और कक्षाएं भी होंगी। उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के पास यह जिम्मेदारी आते ही शिक्षा की सूरत बदल जाएगी।
मुक्त विवि डिस्टेंस मोड में यह पढ़ाई कराएगा और इसी के मुताबिक छात्रों को किताबें उपलब्ध कराएगा। 24 सितंबर को मुक्त विवि को यह जिम्मेदारी मिलने पर अंतिम फैसला होना है।
प्रदेश में अब तक होने वाली प्राइवेट परीक्षाओं में साल में एक बार आवेदन पत्र भरे जाते थे और बिना किसी किताब के सीधे मॉडल पेपर पढ़कर छात्र परीक्षा देते थे। न तो कोई सिलेबस की छात्रों को जानकारी होती थी और न ही कक्षाओं या एसानइमेंट की।
मुक्त विवि के पास प्राइवेट परीक्षाओं की जिम्मेदारी आते ही इसमें बड़ा बदलाव हो जाएगा। छात्रों को बाकायदा एडमिशन लेना होगा। उन्हें पढ़ाई के लिए किताबें भी मिलेंगी और सप्ताह में दो दिन कक्षाएं भी होंगी।
मुक्त विवि अपने छात्रों को शनिवार और रविवार को कक्षा में जाने का विकल्प देता है। इसके अलावा छात्रों को हर सेमेस्टर में एसाइनमेंट भी बनाकर जमा करने होंगे। निश्चित तौर पर इससे बदलाव आएगा।
मुक्त विवि डिस्टेंस मोड में यह पढ़ाई कराएगा और इसी के मुताबिक छात्रों को किताबें उपलब्ध कराएगा। 24 सितंबर को मुक्त विवि को यह जिम्मेदारी मिलने पर अंतिम फैसला होना है।
प्रदेश में अब तक होने वाली प्राइवेट परीक्षाओं में साल में एक बार आवेदन पत्र भरे जाते थे और बिना किसी किताब के सीधे मॉडल पेपर पढ़कर छात्र परीक्षा देते थे। न तो कोई सिलेबस की छात्रों को जानकारी होती थी और न ही कक्षाओं या एसानइमेंट की।
मुक्त विवि के पास प्राइवेट परीक्षाओं की जिम्मेदारी आते ही इसमें बड़ा बदलाव हो जाएगा। छात्रों को बाकायदा एडमिशन लेना होगा। उन्हें पढ़ाई के लिए किताबें भी मिलेंगी और सप्ताह में दो दिन कक्षाएं भी होंगी।
मुक्त विवि अपने छात्रों को शनिवार और रविवार को कक्षा में जाने का विकल्प देता है। इसके अलावा छात्रों को हर सेमेस्टर में एसाइनमेंट भी बनाकर जमा करने होंगे। निश्चित तौर पर इससे बदलाव आएगा।
Amar Ujala
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