संयुक्त निदेशक (साहसिक पर्यटन) एके सिंह ने कहा कि पहाड़ी राज्य में साहसिक पर्यटन की अपार संभावनाएं मौजूद हैं। साहसिक पर्यटन युवाओं के लिए जहां रोजगार का सशक्त माध्यम बन सकता है, वहीं सूबे में पर्यटन व्यवसाय का भी एक एक प्रमुख अंग है। उन्होंने प्रदेश के युवाओं से इस क्षेत्र में पहल करने का आहवान किया। संयुक्त निदेशक एके सिंह यहां पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित दस दिवसीय एडवेंचर फाउंडेशन कोर्स के समापन पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि फाउंडेशन कोर्स के दौरान युवाओं को रैपलिंग, जुमारिंग, रिवर क्रासिंग, फ्रस्ट एड, बुश क्राफ्ट आदि का जो प्रशिक्षण दिया गया है, उसके बूते वे स्वरोजगार शुरू कर सकते हैं। कोर्स के समापन पर प्रतिभागी छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत भी किया गया। बालिका वर्ग में दीपमाला प्रथम व ज्योति पंवार द्वितीय स्थान पर रहीं, जबकि बालक वर्ग में आनंद पाल प्रथम व कार्तिकेयन शर्मा दूसरे स्थान पर रहे। इस अवसर पर प्रशिक्षक मस्तान सिंह भंडारी, अरविंद नेगी, अमित रांगड़, अंजलि गोदियाल, रुपा शाही, सविंदर आदि उपस्थित थे।
दैनिक जागरण - 06/09/2008 [प्रादेशिक समाचार]
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